ट्रेनिंग में कर रहे टेक्निक का इस्तेमाल: वर्ल्ड नंबर -2 टेबल टेनिस खिलाड़ी पायस जैन ने एक खास तरह का चश्मा ‘हाई-टेक स्ट्रोब ग्लासेस’ पहनकर ट्रेनिंग की; आज से डब्ल्यूटीटी यूथ स्टार कंटेंडर में हिस्सा लेंगे

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नई दिल्ली29 मिनट पहले

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दिल्ली के 16 साल के टेबल टेनिस खिलाड़ी पायस जैन गेम में महारत हासिल करने के लिए ‘सेंसरी स्टेशन’ टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं। - Dainik Bhaskar

दिल्ली के 16 साल के टेबल टेनिस खिलाड़ी पायस जैन गेम में महारत हासिल करने के लिए ‘सेंसरी स्टेशन’ टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं।

दिल्ली के 16 साल के टेबल टेनिस खिलाड़ी पायस जैन गेम में महारत हासिल करने के लिए ‘सेंसरी स्टेशन’ टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहे हैं। इसका इस्तेमाल क्रिस्टियानो रोनाल्डो, माइकल जॉर्डन और इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर सिटी के खिलाड़ी करते हैं। वर्ल्ड नंबर-2 पायस बुधवार से ट्यूनीशिया में होने वाले डब्ल्यूटीटी यूथ स्टार कंटेंडर में हिस्सा लेंेगे। यह उनका कोरोना के दौर में पहला टूर्नामेंट होगा।
‘सेंसरी स्टेशन’ टेक्नोलॉजी अमेरिका में डेवलप हुई। यह एक एडवांस्ड साइंटिफिक प्लेटफॉर्म है, जिसे प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी मदद से खिलाड़ी अपने हिसाब से ट्रेनिंग प्लान तैयार कर सकते हैं, जिससे उन्हें कमजोरी को सुधारने में मदद मिलती है। पायस ने कहा, ‘ये टेक्निक अभी भारत में लॉन्च नहीं हुई है। यह हम अमेरिका से लाए हैं।’ स्ट्रोब ग्लासेस यानी स्पेशल तरीके से बनाए चश्मे
‘हाई-टेक स्ट्रोब ग्लासेस’ सेंसरी स्टेशन का ही एक हिस्सा होता है। ये चश्मे की तरह एक आईवियर है जिसे ट्रेनिंग के दौरान खिलाड़ी पहनते हैं। इसमें ऐसे लेंस लगे होते हैं, जिससे खिलाड़ी के हैंड-आई कॉर्डिनेशन, दिमाग की फुर्ती और उसके रिएक्शन टाइम में सुधार होता है। खिलाड़ी अपने आस-पास मौजूद खिलाड़ियों से ज्यादा तेज हो जाते हैं और गेंद की तरफ काफी तेजी से आते हैं। इससे देखने और छूने की क्षमता में इजाफा होता है। ज्यादा साफ दिखाई देता है, गहराई का अंदाजा लगता है, नजदीक और पास की चीजों को जल्द से जल्द परखने में आसानी भी होती है। सेंसरी स्टेशन काफी महंगा होता है और ये 10-12 लाख रु. में आता है जबकि स्ट्रोब की कीमत लगभग 90 हजार है।

लॉकडाउन के दौरान पायस ने फिटनेस पर फोकस किया, 17 किलो वजन घटाया
पायस ने कहा ‘ट्रेनिंग और टूर्नामेंट के कारण आमतौर पर मुझे अन्य चीजों पर काम करने का मौका नहीं मिल पाता था। लेकिन लॉकडाउन में फिटनेस पर ध्यान दिया। घर पर ही 17 किलो वजन घटाया। अब मुझे इससे काफी फायदा हो रहा है।’ पायस के फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर गौरव शर्मा कहते हैं, ‘अलग-अलग खेल के खिलाड़ी को अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज की जरूरत होती है। ज्यादा जानकारी नहीं होने से वे जनरल एक्सरसाइज करने लगते हैं। मानसिक चुस्ती भी जरूरी है। खासकर टेबल टेनिस जैसे स्पीड वाले गेम में। इस टेक्निक से पायस के खेेल में काफी सुधार हुआ है।’

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