इंश्योरेंस बिजनेस प्रभावित: कोविड क्लेम में आई जबरदस्त तेजी, कंपनियों के फायदे पर हुआ इसका असर

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मुंबईएक मिनट पहलेलेखक: अजीत सिंह

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  • HDFC लाइफ इंश्योरेंस ने 70 हजार दावों के लिए पेमेंट किया
  • ICICI प्रूडेंशियल लाइफ ने क्लेम के लिए 498 करोड़ अलग से रखा है

कोविड की दूसरी लहर जीवन बीमा और गैर जीवन बीमा दोनों सेक्टर की कंपनियों पर भारी पड़ने लगी है। कंपनियों के पास जमकर कोविड क्लेम आ रहे हैं। इससे अप्रैल-जून तिमाही में इनके फायदे पर बुरा असर दिखा है।

HDFC लाइफ इंश्योरेंस का फायदा 33% घटा

HDFC लाइफ इंश्योरेंस को जून तिमाही में 302.25 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। एक साल पहले इसी तिमाही में इसका फायदा 451.09 करोड़ रुपए था। यानी 33% की कमी आई है। कंपनी के पास कोरोना की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में 3 से 4 गुना ज्यादा क्लेम आया है। यह क्लेम बीमारी और डेथ दोनों के हैं। इसने पहली तिमाही में 70 हजार दावों के लिए पेमेंट किया है।

ग्रॉस क्लेम 1,598 करोड़ रुपए रहा

ग्रॉस क्लेम के तहत 1,598 करोड़ और नेट क्लेम के तहत 956 करोड़ के दावों को पेमेंट किया गया है। वर्तमान क्लेम के आधार पर इसने 700 करोड़ रुपए को अलग से रखा है, ताकि कोई क्लेम आए तो उसका पेमेंट दिया जा सके। इसकी प्रीमियम में 31% की ग्रोथ हुई थी। यह पहली तिमाही में 7,656 करोड़ रुपए था जो एक साल पहले इसी समय में 5,863 करोड़ रुपए था। कंपनी की एमडी विभा पडलकर कहती हैं कि हमारी मजबूत बैलेंसशीट और सरप्लस की वजह से ज्यादा क्लेम को पेमेंट करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।

ICICI प्रूडेंशियल लाइफ को भी 186 करोड़ रुपए का घाटा

इसी तरह ICICI प्रूडेंशियल लाइफ को भी 186 करोड़ रुपए का घाटा पहली तिमाही में हुआ है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 288 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। इसने कोविड-19 के क्लेम के लिए 498 करोड़ रुपए को अलग से रखा है। कंपनी के एमडी एन.एस. कन्नन ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की चुनौतियों के बावजूद हम ग्रोथ को लेकर उत्साहित हैं। हमने जून तिमाही में अच्छी ग्रोथ की है।

नए बिजनेस प्रीमियम में 71% की ग्रोथ

इसके नए बिजनेस प्रीमियम में जून तिमाही में 71% की ग्रोथ रही है। यह 2,559 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी के पास जून तिमाही में कुल 500 करोड़ रुपए के क्लेम आए थे। इसका असेट अंडर मैनेजमेंट यानी (AUM) 2.33 लाख करोड़ रुपए रहा है। AUM उसे कहते हैं जो पॉलिसीधारकों का कुल प्रीमियम कंपनी के पास होता है।

SBI लाइफ इंश्योरेंस का फायदा 40% घट सकता है

ब्रोकरेज हाउस ICICI डायरेक्ट ने अनुमान जताया है कि SBI लाइफ इंश्योरेंस का जून तिमाही में 403 करोड़ रुपए का फायदा रह सकता है। यह मार्च की तुलना में 24% कम रह सकता है। मोतीलाल ओसवाल ने कहा है कि इसका फायदा 318 करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है। मार्च तिमाही की तुलना में इसमें 40.3% की कमी रह सकती है।

शेयरों पर भी दिखा असर

उधर ICICI प्रूडेंशियल का शेयर एक महीने में 635 रुपए से गिर कर 604 रुपए पर आ गया है। HDFC लाइफ का शेयर 731 से 662 रुपए पर तो SBI लाइफ का शेयर इसी दौरान 1,060 से गिर कर 1,015 रुपए पर आ गया है।

19.11 लाख क्लेम कंपनियों को मिले

बीमा रेगुलेटर इंश्योरेंस रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) की सदस्य टी.एल. अलमेलू ने कहा कि 22 जून तक कुल 19.11 लाख कोविड हेल्थ क्लेम जनरल बीमा कंपनियों को मिले थे। इसमें से 80% से ज्यादा यानी 15.19 लाख क्लेम को सेटल किया गया। इसके तहत कुल 15 हजार करोड़ रुपए की रकम दी गई। इसमें मेडिकल इंश्योरेंस या हॉस्पिटलाइजेशन दोनों क्लेम थे।

लाइफ इंश्योरेंस में 55,276 क्लेम मिले

उन्होंने कहा कि लाइफ इंश्योरेंस द्वारा डेथ क्लेम के तहत कुल 55,276 क्लेम मिले हैं। इसमें से 88% या 48,484 क्लेम को 3,593 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उनके मुताबिक, अगर सब कुछ सही रहा तो अगले 4-5 सालों में बीमा इंडस्ट्री 40-50% की दर से ग्रोथ करेगी। अगर सब कुछ नहीं सही रहा तो भी 20-25% की ग्रोथ हो सकती है। बीमा कंपनियां अभी भी ज्यादा क्लेम आने की उम्मीद में इसके लिए पैसों को रिजर्व रख रही हैं, यानी उतना प्रोविजन कर रही हैं।

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