इम्पैक्ट प्लेयर रूल, भारतीय ऑलराउंडर्स के लिए खतरा: IPL में लखनऊ-राजस्थान को इससे फायदा; जानें टीमें कैसे करेंगी नियम का इस्तेमाल
स्पोर्ट्स डेस्क2 मिनट पहले
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इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 16वां सीजन शुक्रवार 31 मार्च से शुरू हो रहा है। 4 बार की विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स और डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटंस के बीच लीग का पहला मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। 10 टीमों के टूर्नामेंट में लीग स्टेज के 70 और प्लेऑफ के 4 मुकाबले होंगे।
2008 से जारी लीग में पहली बार इम्पैक्ट प्लेयर रूल का इस्तेमाल होगा। इस रूल के तहत टीमें प्लेइंग-11 में शामिल किसी खिलाड़ी को बेंच पर बैठे खिलाड़ी से मैच के बीच में रिप्लेस कर सकेंगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस नियम से ऑलराउंडर्स का प्रभाव कम होगा और गुजरात, लखनऊ, राजस्थान जैसी टीमों को फायदा मिलेगा।
आगे स्टोरी में हम इसी रूल के बारे में विस्तार से जानेंगे। यह रूल क्या है, टीमें किस तरह इसका यूज करेंगी, वे किन खिलाड़ियों को इम्पैक्ट प्लेयर बना सकती हैं और इस रूल को लेकर एक्सपर्ट्स की राय क्या है, उसे भी जानेंगे।
सबसे पहले समझते हैं नियम के बारे में
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के तहत IPL मैच के बीच टीमें प्लेइंग-11 में शामिल किसी एक खिलाड़ी को बेंच पर बैठे खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकेंगी। टीमों को टॉस के बाद प्लेइंग-11 के साथ 4-4 सब्स्टिट्यूट खिलाड़ी भी बताने होंगे। इन्हीं 4 में से कोई एक प्लेइंग-11 में शामिल खिलाड़ी को बीच मैच में रिप्लेस कर सकेगा।
दोनों पारियों में एक से 14 ओवर के बीच नियम का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक टीम पूरे मैच में एक ही बार प्लेयर रिप्लेसमेंट रूल को यूज कर सकेगी। वह चाहे तो पहली पारी के 14 ओवर तक या फिर दूसरी पारी के 14वें ओवर तक रिप्लेसमेंट ले सकती है।
क्या कर सकेगा इम्पैक्ट प्लेयर?
टीमें उस खिलाड़ी को भी रिप्लेस कर सकती है जो मैच में बैटिंग या बॉलिंग कर चुका हो। इम्पैक्ट प्लेयर को मैच में अपने खाते के पूरे चार ओवर गेंदबाजी करने को मिलेगी। साथ ही वह पूरे ओवर बल्लेबाजी भी कर पाएगा। हालांकि, एक इनिंग में किसी टीम के ज्यादा से ज्यादा 10 विकेट ही गिर सकते हैं।
क्या विदेशी भी इम्पैक्ट प्लेयर हो सकते हैं?
हां, अगर प्लेइंग-11 में 3 विदेशी खिलाड़ी हैं तो विदेशी भी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में किसी खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकेगा। इस तरह एक टीम से मैच में 4 विदेशी ही खेल सकेंगे। अगर प्लेइंग-11 में पहले से 4 विदेशी खिलाड़ी हुए तो इम्पैक्ट प्लेयर कोई घरेलू भारतीय खिलाड़ी ही होगा।
वहीं प्लेइंग-11 में शामिल किसी विदेशी खिलाड़ी को भारतीय खिलाड़ी से भी रिप्लेस किया जा सकता है। जो खिलाड़ी रिप्लेस हो कर ग्राउंड से बाहर जाएगा, वह दोबारा मैच में फील्डिंग भी नहीं कर सकेगा।
कब कर सकेंगे इस्तेमाल?
ओवर होने पर, विकेट गिरने पर, ब्रेक में, स्ट्रैटेजिक टाइम आउट या एक पारी खत्म होने के दौरान टीमें इस नियम का इस्तेमाल कर सकेंगी। जो 12वां खिलाड़ी ग्राउंड में आएगा वह प्लेइंग-11 में शामिल किसी एक खिलाड़ी को रिप्लेस करेगा। टीम के कप्तान को प्लेयर रिप्लेसमेंट के बारे में फील्ड अंपायर्स को भी इन्फॉर्म करना होगा।
उसी तरह जिस तरह इंजर्ड प्लेयर की जगह 12वें खिलाड़ी को फील्डिंग के लिए भेजने के दौरान अंपायर को इन्फॉर्म करना होता है। अंपायर अपने दोनों हाथों को ऊपर कर क्रॉस साइन बनाकर इम्पैक्ट प्लेयर के फील्ड पर आने के बारे में बताएंगे।
अंपायर इस तरह ग्राउंड में इम्पैक्ट प्लेयर के आने का संकेत देंगे।
एक्सपर्ट बोले- ऑलराउंडर का प्रभाव कम होगा
दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच और ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड कप विनिंग कैप्टन रिकी पोंटिंग बोले कि इम्पैक्ट प्लेयर रूल IPL में ऑलराउंडर्स का प्रभाव कम करेगा। पहले बैटिंग आने पर टीमें टॉप ऑर्डर बैटर को स्पेशलिस्ट बॉलर से रिप्लेस कर लेगी। जल्दी विकेट गिरने पर भी टीमें टॉप ऑर्डर बैटर को भेज कर पावरप्ले का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहेंगी।
इस रूल से 6 से 9वें नंबर पर बैटिंग करने के साथ 2-3 ओवर बॉलिंग करने वाले भारतीय ऑलराउंडर का इस्तेमाल कम हो जाएगा। इन खिलाड़ियों से अब वही काम कराया जाएगा, जिसमें वे माहिर हो, ऐसे में उनकी ऑलराउंड एबिलिटी कम होगी। इस कैटेगरी में वॉशिंगटन सुंदर, राहुल तेवतिया, दीपक चाहर, राहुल चाहर और श्रेयस गोपाल जैसे खिलाड़ी आते हैं।
टॉम मूडी बोले- भारतीय ऑलराउंडर्स घटेंगे
सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कोच और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर टॉम मूडी का भी मानना है कि इस नियम से भारतीय ऑलराउंडर्स कम होंगे। IPL के जरिए टीम इंडिया भारतीय ऑलराउंडर्स ढूंढ रही थी, लेकिन इस रूल से उनका प्रभाव घटेगा। इस रूल से पार्ट टाइम बॉलिंग करने वाले खिलाड़ी कम हो जाएंगे।
उन्होंने SRH के ऑलराउंडर अभिषेक शर्मा का उदाहरण देते हुए बताया कि वे ओपनिंग बैटिंग करने के साथ लेफ्ट आर्म स्पिन बॉलिंग भी करते हैं। इम्पैक्ट प्लेयर रूल से टीम उन्हें बैटिंग कराने के बाद रिप्लेस कर दूसरी पारी में स्पेशलिस्ट बॉलर को शामिल कर लेगी। ऐसे में भारतीय ऑलराउंडर का इस्तेमाल कम होगा और वह मैच में कम इम्पैक्ट छोड़ पाएंगे।
माइक हेसन बोले- अब ऑलराउंडर्स ही ज्यादा यूज होंगे
RCB के कोच और पूर्व कीवी क्रिकेटर माइक हेसन का मानना पोटिंग और मूडी से अलग है। वह बोले कि पहले बैटिंग आने पर स्पेशलिस्ट बैटर को रिप्लेस कर टीमें ऑलराउंडर को भी तो अंदर ला सकती हैं। इससे वो खिलाड़ी बैटिंग करने के बाद दूसरी पारी में 4 ओवर गेंदबाजी भी कर सकेगा। साथ ही पहले बॉलिंग आने पर किसी स्पेशलिस्ट बॉलर को ऑलराउंडर से रिप्लेस कर उससे 4 ओवर गेंदबाजी और दूसरी पारी में बैटिंग भी कराई जा सकेगी।
आम तौर पर टीमें पहले बैटिंग आने पर स्पेशलिस्ट बैटर का इस्तेमाल करेगी और दूसरी पारी में उसे बॉलर से रिप्लेस कर देगी। वहीं बाद में बैटिंग आने पर टीम स्पेशलिस्ट बॉलर का इस्तेमाल कर उसे दूसरी पारी में बैटर से रिप्लेस कर देगी।
टीमें किन 4 इम्पैक्ट प्लेयर्स के नाम देंगी
4 इम्पैक्ट प्लेयर्स सिलेक्ट करने के लिए टीमों के पास कई ऑप्शन हैं। वे चाहें तो 4 प्रोपर बैटर्स, 4 प्रोपर बॉलर्स या 4 ऑलराउंडर्स के नाम भी दे सकती हैं। लेकिन अगर टीम ने 4 बैटर्स के नाम दिए और मैच में उन्हें बॉलर की जरूरत हुई तो मुश्किल हो सकती है। ऐसा ही कुछ 4 बॉलर्स या 4 ऑलराउंडर्स के नाम देने पर भी हो सकता है।
2-1-1 का कॉम्बिनेशन रहेगा बेस्ट
4 इम्पैक्ट प्लेयर चुनने के लिए टीमों को सबसे पहले अपनी टीम के 6 खिलाड़ियों को सिलेक्ट करना चाहिए। इन 6 में 2 बैटर्स, 2 बॉलर (एक पेसर, एक स्पिनर) और 2 ऑलराउंडर्स (एक बैटिंग स्पेशलिस्ट और दूसरा बॉलिंग स्पेशलिस्ट) रखना चाहिए। टॉस के बाद पहले बैटिंग या बॉलिंग आने पर टीम को इन 6 में से 2 ऑलराउंडर्स, एक बैटर और एक बॉलर को सिलेक्ट करना चाहिए। इस तरह टीमें 2-1-1 के फॉर्मेशन में अपने 4 इम्पैक्ट प्लेयर को रखकर नतीजे पा सकती हैं
इस सिचुएशन में मैच के दौरान अगर फटाफट विकेट गिरने लगे तो वे किसी बैटर को भेज उसे पारी संभालने के निर्देश दे सकते हैं। अगर कोई बॉलर खराब गेंदबाजी कर रहा हो तो उसे रिप्लेस कर बेहतर बॉलर को फील्ड पर भेज सकते हैं और अगर कोई बॉलर 4 ओवर बॉलिंग कर चुका हो या कोई बैटर आउट हो चुका हो तो उसकी जगह किसी ऑलराउंडर को भेज कर उससे बैटिंग और बॉलिंग दोनों कराई जा सकती है।
गुजरात, लखनऊ, राजस्थान को फायदा
इम्पैक्ट प्लेयर रूल का सबसे जयादा फायदा गुजरात, लखनऊ और राजस्थान की टीमें उठा पाएंगी। क्योंकि इनके पास इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में 4 से 5 अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं, जो बेंच पर बैठे रहेंगे। इनके अलावा दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता में 3-3 और मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु में 2-2 अनुभवी खिलाड़ी बेंच पर बैठते नजर आएंगे। जिन्हें टीमें इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में यूज कर सकती हैं। पंजाब के पास इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में एक ही अनुभवी भारतीय खिलाड़ी है, ऐसे में टीम इस रूल का फायदा वे कम ही उठाते नजर आएगी।
अब देखें सभी 10 टीमों की पॉसिबल प्लेइंग-11, उनके इम्पैक्ट प्लेयर ऑप्शन और स्क्वॉड के बाकी प्लेयर्स…
1. चेन्नई सुपर किंग्स (CSK)
पहले बैटिंग आने पर चेन्नई डेवोन कॉन्वे, ऋतुराज गायकवाड़, अंबाती रायडु और बाद में बैटिंग आने पर दीपक चाहर और तुषार देशपांडे को प्लेइंग-11 में खिलाने के बाद ग्राउंड से बाहर भेज कर इम्पैक्ट प्लेयर को मैच में भेज सकती है
2. दिल्ली कैपिटल्स (DC)
पहले बैटिंग आने पर टीम पृथ्वी शॉ, सरफराज खान और चेज में चेतन साकरिया, कुलदीप यादव और कमलेश नागरकोटी को रिप्लेस कर सकती है।
3. गुजरात टाइटंस (GT)
पहले बैटिंग आने पर गुजरात टाइटंस शुभमन गिल, साई सुदरशन और चेज में अलजारी जोसेफ, आर साई किशोर और यश दयाल को रिप्लेस कर सकती है।
4. कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR)
पहले बैटिंग में टीम वेंकटेश अय्यर, मनदीप सिंह और चेज में वरुण चक्रवर्ती, लॉकी फर्ग्यूसन और सुनील नरेन को रिप्लेस कर सकती है। श्रेयस अय्यर इंजर्ड होकर टूर्नामेंट के ज्यादातर मैच नहीं खेलेंगे। उनकी जगह नितीश राणा कप्तानी करेंगे।
5. लखनऊ सुपरजायंट्स (LSG)
पहले बैटिंग में लखनऊ टीम आयुष बडोनी, दीपक हुड्डा, निकोलस पूरन और चेज में मार्क वुड, जयदेव उनाडकट और आवेश खान को रिप्लेस कर सकती है।
6. मुंबई इंडियंस (MI)
पहले बैटिंग में टीम सूर्यकुमार यादव, डेवाल्ड ब्रेविस, तिलक वर्मा, टिम डेविड और चेज में कुमार कार्तिकेय को रिप्लेस कर सकती है।
7. पंजाब किंग्स (PBKS)
पहले बैटिंग में पंजाब किंग्स जीतेश शर्मा, शाहरुख खान और चेज में हरप्रीत ब्रार, अर्शदीप सिंह और ऋषि धवन को रिप्लेस कर सकती है।
8. राजस्थान रॉयल्स (RR)
राजस्थान पहले बैटिंग के बाद यशस्वी जायस्वाल, देवदत्त पड्डीकल, शिमरन हेटमायर, जोस बटलर और चेज में ट्रेंट बोल्ट, युजवेंद्र चहल, नवदीप सैनी और कुलदीप सेन को रिप्लेस कर सकती है।
9. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB)
पहले बैटिंग में RCB रजत पाटीदार, अनुज रावत और चेज में मोहम्मद सिराज, रीस टॉप्ले, शाहबाज अहमद और हर्षल पटेल को रिप्लेस कर सकती है।
10. सनराइजर्स हैदराबाद (SRH)
पहले बैटिंग में SRH मयंक अग्रवाल, राहुल त्रिपाठी, हैरी ब्रूक और चेज में उमरान मलिक, थंगारसु नटराजन और भुवनेश्वर कुमार को रिप्लेस कर सकती है।
ग्राफिक्स: कुणाल शर्मा
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