गोल्ड से एक कदम दूर अमित: इंग्लैंड में हरियाणा के छोरे ने दिखाया पंच का दम, फाइनल मुकाबला कल
रोहतक3 घंटे पहले
हरियाणा के रोहतक के बॉक्सर अमित पंघाल कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड के और करीब आ गए हैं। उन्होंने शनिवार को सात समुंद्र पार इंग्लैंड में सेमीफाइनल मैच में अपने पंच से जाम्बिया के पैट्रिक चिनेयम्बा को चित कर दिया। उनकी इस धमाकेदार जीत के बाद परिवार के सभी सदस्य झूम उठे। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
टीवी पर मैच का लाइव प्रसारण देखते हुए
मैच के दौरान घर के सभी सदस्य टीवी पर नजरें टिकाए हुए थे। बच्चों से लेकर युवा और महिलाएं सभी ने इकट्ठे बैठकर मैच देखा। जैसे पंघाल ने मैच जीता तो खासकर महिलाएं झूम उठीं। तालियों की गड़गड़ाहट से कमरा गूंज उठा। पंघाल कल फाइनल मुकाबला खेलेंगे। अब उम्मीद यही है कि वह गोल्ड देश की झोली में डालेंगे।
लाइव मैच के दौरान हाथ जोड़कर जीत की दुआ मांगते हुए
लाइव मैच के दौरान बढ़ी रही धड़कनें
अमित पंघाल के पिता विजेंद्र सिंह व मां उषा देवी ने कहा कि सेमीफाइनल मुकाबला काफी टफ था। शुरूआत में तो पल-पल धड़कन बढ़ रही थी। पूरे मैच को टकटकी लगाए हुए देखा। कोई भी मैच के हर पल को छोड़ना नहीं चाह रहा था। मैच के दौरान भगवान से अमित की जीत की दुआ की।
मैच के दौरान तिरंगा झंडा लेकर अमित की मां उषा जीत की दुआ करते हुए
10 साल की उम्र में शुरू की थी बॉक्सिंग
बता दें कि गांव मायना में जन्मे अमित पंघाल ने 10 साल की उम्र में बॉक्सिंग खेलने की तरफ कदम बढ़ाए थे। इसके बाद कभी भी उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जिसकी बदौलत आज वे नंबर वन बॉक्सर बने हुए हैं। अब कॉमनवेल्थ गेम्स में वह गोल्ड मेडल जीतने से बस एक कदम दूर हैं।
अमित पंघाल के पिता एक एकड़ के किसान
अमित पंघाल के पिता विजेंद्र सिंह ने बताया कि वे खेतीबाड़ी करते हैं। उनके पास करीब एक एकड़ जमीन है। इसी से घर खर्च चलाते और दोनों बेटों को पाल-पोसकर बड़ा किया है। वे खेतों में कड़ी मेहनत करते थे, ताकि उनके बेटे आसानी से बिना किसी बाधा के आगे बढ़ पाएं।
जीत के बाद खुशी मनाते हुए
बड़ा भाई भी बॉक्सर
विजेंद्र सिंह ने बताया कि अमित पंघाल के बड़े भाई अजय भी बॉक्सिंग करते हैं। अजय ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपने पंच का दम दिखाया है। जिसके साथ ही अजय सेना में भर्ती हो गए। अब देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने अपने छोटे भाई अमित को भी बॉक्सिंग खेलने के लिए प्रेरित किया।
अमित का रहा है चंचल स्वभाव
उन्होंने कहा कि अमित पंघाल का शुरूआत से ही चंचल स्वभाव रहा है। वह सभी का चहेता भी है। जब वह करीब 10 साल का था तो गांव के ही मैदान में अपने भाई अजय के साथ बॉक्सिंग खेलने की शुरूआत की थी। खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी अच्छे रहे हैं। पढ़ाई को भी कभी नहीं छोड़ा।
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