विदेशों में बढ़ी ज्वैलरी की डिमांड: अप्रैल में 25,226 करोड़ रुपए की जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात, अमेरिका, चीन और यूएई से मिले बेहतर ऑर्डर
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नई दिल्ली17 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- लॉकडाउन के कारण पिछले साल बुरी तरह प्रभावित हुआ था निर्यात
- अप्रैल 2020 में सिर्फ 273.41 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ था
कोरोना वायरस संक्रमण के केस खत्म होने के साथ विदेशी बाजार खुलने लगे हैं। इसकी गवाही जेम्स एंड ज्लैवरी निर्यात के आंकड़े दे रहे हैं। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के मुताबिक, अप्रैल में देश से 25,226.11 करोड़ रुपए की जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात हुआ है।
पिछले साल बुरी तरह प्रभावित हुआ था निर्यात
GJEPC के डाटा के मुताबिक, पिछले साल कोविड-19 संक्रमण के कारण लगाए गए प्रतिबंध के चलते जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात बुरी तरह प्रभावित रहा था। अप्रैल 2020 में केवल 273.41 करोड़ रुपए के जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात हुआ था। इस साल यानी अप्रैल 2021 में 16,538 करोड़ रुपए के कट एंड पॉलिश्ड डायमंड (CPD) का निर्यात हुआ है। अप्रैल 2020 में इस सेगमेंट में केवल 261.19 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ था।
5 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की गोल्ड ज्वैलरी का निर्यात
अप्रैल 2021 में 5,060.23 करोड़ रुपए की गोल्ड ज्वैलरी का निर्यात हुआ है। पिछले साल समान अवधि में सिर्फ 1.55 करोड़ रुपए की गोल्ड ज्वैलरी का निर्यात हुआ था। इस साल 2240.13 करोड़ रुपए की चांदी की ज्वैलरी का निर्यात हुआ है। पिछले साल 5.05 करोड़ रुपए की चांदी की ज्वैलरी का निर्यात हुआ था। इसी प्रकार रंगीन जेमस्टोन का आयात बढ़कर 163.66 करोड़ रुपए रहा है। पिछले साल 4.23 करोड़ रुपए के रंगीन जेमस्टोन का निर्यात हुआ था।
दूसरी लहर के बावजूद बेहतर प्रदर्शन: शाह
GJEPC के चेयरमैन कोलिन शाह का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद भारत ने 25,226.11 करोड़ रुपए के जेम्स एंड ज्वैलरी का निर्यात करके बेहतर प्रदर्शन किया है। इसका कारण यह है कि दूसरी लहर में पहली लहर जैसे सख्त प्रतिबंध नहीं लगाए जा रहे हैं। इस बार हमारी अधिकांश मैन्युफैक्चरिंग लोकेशंस पर लॉकडाउन नहीं लगाया गया है। सरकार ने निर्यात से जुड़ी गतिविधियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई है।
इंडस्ट्री को मिले बेहतर ऑर्डर
कोलिन शाह का कहना है कि अधिकांश अर्थव्यवस्थाओं में निर्यात बाजार खुल गए हैं। सामाजिक गतिविधियां भी बढ़ी हैं। इस कारण प्रमुख निर्यात बाजारों से इंडस्ट्री को बेहतर ऑर्डर मिले हैं। शाह के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर में जेम्स एंड ज्वैलरी के लिए बनाए गए स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) में भी कामकाज चल रहा है। इस कारण डिमांड की आपूर्ति करने में कामयाबी मिली है। अप्रैल में अमेरिका, यूएई और चीन से बेहतर डिमांड रही है।
Stay connected with us on social media platform for instant update click here to join our Twitter, & Facebook
We are now on Telegram. Click here to join our channel (@TechiUpdate) and stay updated with the latest Technology headlines.
For all the latest Education News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.