MP की प्राची से पैरालिंपिक्स पदक की उम्मीद: जन्म से दोनों पैर खराब, स्विमिंग से कैनोइंग में आईं; इस विधा में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय महिला
- Hindi News
- Local
- Mp
- Both Legs Are Bad Since Birth, Came To Canoe From Swimming, The First Indian Woman To Represent The Country In Canoe
ग्वालियर10 मिनट पहलेलेखक: शुभम यादव
ग्वालियर में बहोड़ापुर इलाके के आनंद नगर की पैरा कैनोइंग (नौकायन) प्लेयर प्राची यादव ने जापान के टोक्यो में पैरालिंपिक्स गेम के कैनोइंग इवेंट में 2 सितंबर 2021 को देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। ऐसा करने वाली वे पहली भारतीय महिला बन जाएंगी। टोक्यो के लिए रवाना होने से पहले मिसेज इंडिया फेम निमिषा सक्सेना ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर प्राची को शुभकामनाएं दीं। सभी ने प्राची को टीका लगाया और माला पहनाई। स्विमिंग से कैनोइंग गेम में आईं प्राची देखते ही देखते कैनोइंग में देश की पहचान बन गई हैं। पढ़िए प्राची के संघर्ष की कहानी…
टोक्यो रवाना होने से पहले प्राची को मिली शुभकामनाएं
जन्म से हैं दिव्यांग, 7 साल की उम्र में मां गुजर गई थी
प्राची यादव के दोनों पैर जन्म से खराब हैं। 7 साल ही उम्र में मां का भी देहांत हो गया। 9 साल की उम्र में प्राची बतौर एक्सरसाइज 2007 में तैराकी से जुड़ीं। इसी साल उन्हें चैंपियनशिप में खेलने का भी मौका मिला। प्राची ने जूनियर कैटेगरी में गोल्ड जीता। इस जीत ने उनका खेल के प्रति आत्मविश्वास बढ़ा दिया। दिन-रात की कड़ी मेहनत के बाद लगातार 3 साल पदकों की झड़ी लगाती रहीं।
स्विमिंग में प्राची ने जीते कई मेडल।
कोच ने दी कैनोइंग की सलाह, रच दिया इतिहास
तैराकी में शानदार प्रदर्शन और प्राची के बड़े-बड़े हाथों को देखकर उनके कोच ने उन्हें कैनोइंग और क्याक में भाग्य आजमाने के लिए कहा। प्राची ने भी 2018 में कोच मयंक सिंह ठाकुर की गाइडेंस में भोपाल के छोटे तालाब में प्रैक्टिस शुरू कर दी। तैराकी से जुड़े होने के कारण प्राची को भी कैनोइंग में मजा आया।
प्रैक्टिस में दिन और रात एक कर दिए। नतीजा 2019 में पहले ही नेशनल में एक गोल्ड और एक सिल्वर के रूप में देखने को मिला। प्राची ने कहा कि बस इसी दिन से ही मेरे अंदर इस खेल में देश के लिए कुछ करने की ललक पैदा हो गई। इसके बाद अगस्त 2019 में हंगरी में खेले गए पैरालिंपिक्स के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट कैनोइंग इवेंट में 8वीं पोजिशन पर रहीं।
रिश्तेदारों ने दिए पापा को ताने, अब घर बुलाते हैं
प्राची बताती हैं कि दिव्यांग होने के कारण उन्हें भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एक दिव्यांग को हमेशा बोला जाता क्या कर पाएगी अपनी लाइफ में, कोई बात नहीं दिव्यांग कोटा लग जाएगा। परिवार वाले भी पापा को बोलते थे कि 2 टांगों वालों की शादी तो करा नहीं पा रहे, एक टांग वाली की कैसे कराओगे। आज वही रिश्तेदार घर बुलाते हैं।
पीएम मोदी ने की प्राची की तारीफ
Stay connected with us on social media platform for instant update click here to join our Twitter, & Facebook
We are now on Telegram. Click here to join our channel (@TechiUpdate) and stay updated with the latest Technology headlines.
For all the latest Sports News Click Here
For the latest news and updates, follow us on Google News.